Tharesar Se Bhusa Nikal Raha Hai Lyrics - Antra Singh Priyanka - Antra Singh Priyanka Lyrics
Singer | Antra Singh Priyanka |
Music | Wave |
Song Writer | Arjun Sharma |
Album | Thareshar Se Bhusha Fek Raha Hai |
Song | Thareshar Se Bhusha Fek Raha Hai |
Video Director | Ravi Pandit |
Tharesar Se Bhusa Nikal Raha Hai Lyrics - Antra Singh Priyanka
Female :-
रोज गांव वालों को मैं बुलाती हूं
खरिहानी में काम करवाती हूं,
रोज गांव वालों को मैं बुलाती हूं
खरिहानी में काम करवाती हूं
गतान कटवाती हु बोझा बन्हवाती,
गतान कटवाती हु बोझा बन्हवाती हूं
हाथ क्यों तू मऽल रहा है
आरे और सुनिए गा दीमागे फेल हो जाएगा
Male :-
अरे बताइए ना भाऊजी और क्या चल रहा है
Female :-
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
🎵🎵🎵🎵
Female :-
बाबू साहेब के टेकटर से होता है मेरा काम जी
घंटों पर मैं देती हूं पैसा वो करते हैं ना आराम जी,
बाबू साहेब के टेकटर से होता है मेरा काम जी
घंटों पर मैं देती हूं पैसा वो करते हैं ना आराम जी
बारह बीघा हैं खेत मेरा ,बारह बीघा हैं खेत मेरा
मेहनत से देह गल रहा है
Female :-
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
🎵🎵🎵🎵
Female :-
तीन कुंटल तीसी है निकलल छः कुंटल सरसों जी
सुन कर अर्जुन शर्मा बबुआ दिल्ली से आरहे परसों जी
तीन कुंटल तीसी है निकलल छः कुंटल सरसों जी
सुन कर अर्जुन शर्मा बबुआ दिल्ली से आरहे परसों जी
हो ना जाए बारिश डर लगता है
हो ना जाए बारिश डर लगता है
मौसम बदल रहा है
Female :-
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
Female :-
रोज गांव वालों को मैं बुलाती हूं
खरिहानी में काम करवाती हूं,
रोज गांव वालों को मैं बुलाती हूं
खरिहानी में काम करवाती हूं
गतान कटवाती हु बोझा बन्हवाती,
गतान कटवाती हु बोझा बन्हवाती हूं
हाथ क्यों तू मऽल रहा है
आरे और सुनिए गा दीमागे फेल हो जाएगा
Male :-
अरे बताइए ना भाऊजी और क्या चल रहा है
Female :-
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
🎵🎵🎵🎵
Female :-
बाबू साहेब के टेकटर से होता है मेरा काम जी
घंटों पर मैं देती हूं पैसा वो करते हैं ना आराम जी,
बाबू साहेब के टेकटर से होता है मेरा काम जी
घंटों पर मैं देती हूं पैसा वो करते हैं ना आराम जी
बारह बीघा हैं खेत मेरा ,बारह बीघा हैं खेत मेरा
मेहनत से देह गल रहा है
Female :-
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
🎵🎵🎵🎵
Female :-
तीन कुंटल तीसी है निकलल छः कुंटल सरसों जी
सुन कर अर्जुन शर्मा बबुआ दिल्ली से आरहे परसों जी
तीन कुंटल तीसी है निकलल छः कुंटल सरसों जी
सुन कर अर्जुन शर्मा बबुआ दिल्ली से आरहे परसों जी
हो ना जाए बारिश डर लगता है
हो ना जाए बारिश डर लगता है
मौसम बदल रहा है
Female :-
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है
चईत में दौरी चल रहा है थरेसर से भूसा निकल रहा है